दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक डोनाल्ड ट्रम्प

एम0 एस0 चौहान

देहरादून । डोनाल्ड जॉन ट्रम्प (जन्म 14 जून 1946) एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ, मीडिया व्यक्तित्व और व्यावसायी हैं जिन्होंने वर्ष 2017 से 2021 तक अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया एवं वर्ष 2024 में ट्रम्प ने कमला हैरिस के खिलाफ चुनाव लड़ा एवं विजयी होकर अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बने। ट्रम्प 20 जनवरी 2025 से 47वें राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर रहे हैं तथा रिपब्लिक पार्टी से सम्बंधित हैं। इनकी शैक्षणिक सम्बद्धता वार्टन स्कूल, यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया यू0एस0ए0, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प अपने मौजूदा कार्यकाल एवं अपने पिछले कार्य काल में काफी सुर्खियों में रहे जो किला जमी भी है क्योंकि वो दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक के मुखिया हैं। डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा मौजूदा समय में सुर्खिया बटोरने का कारण उनकी श्वेत कबूतरों में दिलचस्पी है। पिछले कुछ समय से डोनाल्ड ट्रम्प देश-दुनिया को अपना शान्तिदूत का पैगाम व चेहरा दिखा रहे हैं एवं नोबेल शान्ति पुरूस्कार में नॉमिनेशन करने से पूर्व व उपरान्त उनके द्वारा इजराइल व यूक्रेन-रशिया के मध्य एवं दुनिया में जहां-तहां चल रहे युद्धों व उनकी पटकथा पर अपना शान्तिदूत का अलग ही चेहरा दर्शाया जाता रहा। बहरहाल ट्रम्प को नोबेल शान्ति पुरूस्कार पर तकनी की आधारों पर अयोग्य घोषित किया गया जिस कारण उन पर विश्व शान्तिदूत की मोहर लगते-लगते रह गयी। यह विषय अपने आप में अत्यन्त विचारणीय व गम्भीर कहा जाना चाहिए कि देश-दुनिया में विभिन्न देशों के मध्य चल रही जंगों का कारण अपने-अपने स्वार्थों व व्यक्तिगत हितों को साधने की पुरजोर कोशिश व सियासत देश-दुनिया के राजनैतिक दलों की अपनी दीमाग की ऐसी उपज है जो कभी बारूद एवं कभी शान्ति का मनमुताबिक चेहरा अख्तिहार कर लेती है। इस प्रकार की राजनीति व विश्व राजनीतिक सोच किस प्रकार से शान्ति की पटकथा लिख पायेगी समझना अत्यन्त दुश्कर है। अमेरिका व दुनिया के कुछ एक देश दुनिया पर अपना प्रभाव व वर्चस्व बनाने हेतु जिस प्रकार की राजनीतिक सोच के पैमाने पर अपने आपको रख सियासत करते हैं। वह किस प्रकार से दुनिया में चल रही जंगों पर उनके दौहरे मापदण्ड व पहले जंगों को हवा देना, हथियार व समर्थन देना, फिर शान्ति के नाम पर अपूर्ण व गैर व्यावहारिक समझौतों पर प्रस्ताव लाना, पर प्रभाव डालेगा कह पाना अत्यन्त मुश्किल व बहस का मुद्दा है। बहरहाल अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड जॉन ट्रम्प शान्ति का पैगाम लेकर देश-दुनिया मंें घूम रहे हैं जिसका स्वागत किया जाना चाहिए परन्तु अमेरिका जैसे देशों को अपने दौहरे चरित्र से भी छुटकारा पाना होगा जिससे उनके शान्ति के प्रयास व मानव जाति के विनाश की यह कहानी विराम ले।