विधानसभा की आचार समिति करेगी सदन में अभद्रता मामले की जांच


देहरादून(संवाददाता)। बजट सत्र के दूसरे दिन बुधवार को सदन में अमर्यादित टिप्पणी को लेकर प्रश्नकाल में एक बार फिर जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष की महिला विधायकों ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए कांग्रेस विधायक के व्यवहार की निंदा कर सार्वजनिक माफी की मांग उठाई। इस पर विपक्ष बिफर गया और संसदीय कार्यमंत्री के व्यवहार पर सवाल खड़े कर दिए। स्पीकर ऋतु खंडूड़ी ने बड़ी मुश्किल से यह मामला शांत कराया। उन्होंने कहा कि इस मामले को विधानसभा की आचारण समिति को भेजा जाएगा। प्रश्नकाल शुरू होते ही भाजपा विधायक रेणु बिष्ट और आशा नौटियाल ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए सदन में कांग्रेस विधायक के व्यवहार की निंदा की। उन्होंने कहा कि विधायक को अपने व्यवहार के लिए माफी मांगनी चाहिए। महिला विधायकों के समर्थन में भाजपा के अधिकांश विधायक खड़े हो गए और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी।
इस पर विपक्ष के विधायकों ने भी सदन में खड़े होकर मंगलवार की घटना के लिए संसदीय कार्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया और उनसे माफी की मांग की। सदन में करीब 10 मिनट तक इस मुद्दे पर जोरदार हंगामा हुआ। कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट ने भी संसदीय कार्यमंत्री पर आरोप लगाए।